IMD September Rain Red Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सितंबर के पहले हफ्ते में देशभर के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है, जबकि जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, तेलंगाना, गोवा और तटीय आंध्र प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट सक्रिय है। 5 सितंबर तक उत्तर, पश्चिम और पूर्व भारत में लगातार बारिश के चलते नदियों और बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
3 से 5 सितंबर के बीच चंडीगढ़, मोहाली और पंचकुला में औसतन 63 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। लगातार बारिश से ट्रैफिक जाम और जलभराव की समस्या बढ़ रही है, जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर भारत – बाढ़ और भूस्खलन का खतरा
दिल्ली-एनसीआर में यमुना का जलस्तर खतरे की रेखा से ऊपर है। भारी बारिश और जलभराव के कारण कई इलाकों में फ्लड अलर्ट जारी किया गया है और स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं। हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार भूस्खलन और सड़क अवरुद्ध होने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। वहीं, पंजाब और राजस्थान के कई जिलों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और किसानों की फसलों पर भी असर पड़ने की आशंका है।
पूर्वी भारत – ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती सिस्टम का सबसे ज्यादा असर ओडिशा और आसपास के राज्यों में देखा जा रहा है। पुरी, खुरदा और कटक जिलों में पानी भर गया है, जबकि पटनागढ़ में 130 मिमी और जाजपुर में 121 मिमी वर्षा दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ और झारखंड के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
दक्षिण भारत – गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा
गुजरात में साबरकांठा, पंचमहल और दाहोद जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी है। इधर, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में वानी (110 मिमी), बल्लारपुर (90 मिमी) और चंद्रपुर (80 मिमी) बारिश हुई है। मुंबई और उसके उपनगरीय इलाकों में 5 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी है। लगातार जलभराव के कारण लोकल ट्रेन सेवाओं और सड़क यातायात पर असर पड़ा है।
2 से 5 सितंबर तक कोंकण और गोवा के कई हिस्सों में बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि लगातार बारिश के चलते नदियों और बांधों का जलस्तर और बढ़ सकता है। मराठवाड़ा और पुणे में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है, वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में भी 8 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
अरुणाचल प्रदेश में 4 और 7 सितंबर को भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा है और भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। दक्षिण भारत के तटीय राज्यों — आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक — में भी 5 सितंबर तक गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। केरल में हल्की से मध्यम बारिश के चलते मौसम सुहावना बना हुआ है।