Without ATM UPI Payment: डिजिटल इंडिया अभियान को और मजबूती देने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अब एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके तहत यूजर्स बिना एटीएम या डेबिट कार्ड के भी यूपीआई ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। अब तक यूपीआई आईडी बनाने और बैंक खाते को लिंक करने के लिए डेबिट कार्ड अनिवार्य होता था, लेकिन नई व्यवस्था में केवल आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की मदद से ही यूपीआई पिन सेट करके पेमेंट किया जा सकेगा। यह सुविधा खासतौर पर उन लोगों के लिए राहतभरी है, जिनके पास एटीएम कार्ड नहीं है या फिर जो छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, जहां बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो पातीं।
नई व्यवस्था के अनुसार
अब किसी भी यूपीआई ऐप जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm या BHIM पर बैंक खाता जोड़ने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण (Aadhaar Authentication) का विकल्प मिलेगा। इसके लिए उपयोगकर्ता को अपने बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर डालना होगा। इसके बाद आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल पर ओटीपी आएगा या फिर कुछ मामलों में बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करना होगा। वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ग्राहक बिना डेबिट कार्ड डाले ही यूपीआई पिन सेट कर सकता है। पिन सेट करने के बाद तुरंत यूपीआई पेमेंट की सुविधा चालू हो जाएगी और उपयोगकर्ता आसानी से लेन-देन कर पाएगा।
इन लोगों को होगा फायदा
इस कदम से करोड़ों नए यूजर्स डिजिटल पेमेंट सिस्टम से जुड़ पाएंगे। खासकर ग्रामीण और अर्धशहरी इलाकों में जहां डेबिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत कम है, वहां लोग सीधे बैंक खाता और आधार नंबर के जरिए यूपीआई का लाभ उठा सकेंगे। इससे डिजिटल लेन-देन में और तेजी आएगी और नकद लेन-देन पर निर्भरता भी कम होगी। सरकार का मानना है कि इससे फाइनेंशियल इन्क्लूजन को बढ़ावा मिलेगा और हर वर्ग का नागरिक डिजिटल बैंकिंग से जुड़ पाएगा।
यूपीआई देश में सबसे लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट सिस्टम बन चुका है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने अरबों ट्रांजैक्शन यूपीआई के जरिए हो रहे हैं। छोटे दुकानदार से लेकर बड़े कारोबारी तक आज यूपीआई को अपना चुके हैं। हालांकि, अब तक बहुत से लोगों को केवल इसलिए दिक्कत आती थी क्योंकि उनके पास एटीएम कार्ड नहीं होता था और वे यूपीआई सक्रिय नहीं कर पाते थे। लेकिन आधार आधारित यह नई सुविधा इस समस्या को पूरी तरह समाप्त कर देगी।
प्रभाव
विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल डिजिटल इकोनॉमी को और मजबूत करेगी। डिजिटल पेमेंट्स सुरक्षित, तेज और पारदर्शी माने जाते हैं। वहीं सरकार का भी लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोग कैशलेस ट्रांजैक्शन अपनाएं। ऐसे में बिना एटीएम कार्ड के यूपीआई सुविधा लाखों-करोड़ों नए लोगों को ऑनलाइन पेमेंट से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि यह फैसला न सिर्फ बैंकिंग सेक्टर में क्रांति लाएगा, बल्कि आम जनता के लिए भी सुविधा बढ़ाएगा। अब हर व्यक्ति केवल आधार और मोबाइल नंबर की मदद से यूपीआई का इस्तेमाल कर पाएगा और डिजिटल इंडिया की राह और भी आसान हो जाएगी।